काश कि अंत हो जाए... इन बिगड़े हालातों का ! मिट जाए निशां... इन जलते अंगारों का !! काश कि अंत हो जाए... इन बिगड़े हालातों का ! मिट जाए निशां... इन जलते अं...
एक अरसा हो गया आईये बैठिए, मिलिए कुछ देर यहां भी, अपने आप से मिले एक अरसा हो गया आईये बैठिए, मिलिए कुछ देर यहां भी, अपने आप...
इस धुएं ने सब कुछ उड़ा डाला कर दिया कितनों का मुंह काला इस धुएं ने सब कुछ उड़ा डाला कर दिया कितनों का मुंह काला
कुछ निशान बाकी हैं, अभी भी, दिए हुए जख्मो के तेरे। कुछ निशान बाकी हैं, अभी भी, दिए हुए जख्मो के तेरे।
सारा शहर जल रहा एक उम्मीद की अनदेखी आग में, सारा शहर जल रहा एक उम्मीद की अनदेखी आग में,
जाएंगे कहां आप बता देंगे कदमों के निशान। जाएंगे कहां आप बता देंगे कदमों के निशान।